रानीखेत (अल्मोड़ा) । रानीखेत (अल्मोड़ा) में कांग्रेस के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष और पूर्व विधायक करन माहरा ने मुख्यमंत्री के दो दिवसीय दौरे को निराशाजनक बताया। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री क्षेत्र के लिए कोई नई घोषणा नहीं कर पाए।
करन माहरा ने कहा कि रानीखेत की जनता लंबे समय से पेयजल, स्वास्थ्य सुविधाओं, सड़कों और जिले के गठन जैसी बुनियादी समस्याओं से जूझ रही है, लेकिन सरकार इन मुद्दों पर चुप है।
पत्रकार वार्ता में उन्होंने कहा कि खेल स्टेडियम की घोषणा पहले भी दो बार हो चुकी है, लेकिन आज तक निर्माण कार्य शुरू नहीं हुआ। ग्रामीण इलाकों में पेयजल संकट गंभीर है और अस्पतालों में महंगी मशीनें बिना उपयोग के पड़ी हैं।
उन्होंने आरोप लगाया कि मुख्यमंत्री जनता की समस्याओं पर बात करने के बजाय कांग्रेस को बदनाम करने और हिंदू-मुसलमान का मुद्दा उठाने में लगे हैं।
करन माहरा ने क्षेत्रीय विधायक डॉ. प्रमोद नैनवाल पर भी निशाना साधते हुए कहा कि आज़ादी के बाद से रानीखेत को जिला बनाने की मांग लंबित है, लेकिन विधायक मुख्यमंत्री के सामने यह मुद्दा नहीं उठा सके। सेना द्वारा चौबटिया मार्ग बंद किए जाने से जनता को रोज परेशानी होती है, फिर भी सरकार और विधायक दोनों चुप हैं।
उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि बयेड़ी पेयजल पंपिंग योजना, चौबटिया उद्यान निदेशालय और दलमोटी ब्रीडिंग सेंटर जैसी योजनाओं को जानबूझकर नजरअंदाज किया गया है, जबकि ये योजनाएं कांग्रेस शासन में स्वीकृत हुई थीं।
खेल स्टेडियम सिर्फ कागजों में
माहरा ने कहा कि खेल स्टेडियम के लिए पहले तीन करोड़ रुपये मंजूर किए गए थे, लेकिन वह राशि खर्च नहीं हुई। अब फिर से उतनी ही राशि की घोषणा कर जनता को भ्रमित किया जा रहा है।
अंकिता हत्याकांड पर सवाल
उन्होंने अंकिता हत्याकांड का जिक्र करते हुए कहा कि एक बयान में “गट्टू” नाम के व्यक्ति का उल्लेख हुआ है। सरकार को उसकी भूमिका स्पष्ट करनी चाहिए और संबंधित महिला को सुरक्षा देनी चाहिए।
इस मौके पर नगर पालिका अध्यक्ष अरुण रावत सहित कई कांग्रेस नेता मौजूद रहे।
