ऊधम सिंह नगर।
साइबर ठगों ने ठगी का एक नया और बेहद खतरनाक तरीका अपनाते हुए ऊधम सिंह नगर में एक वरिष्ठ नागरिक को अपना शिकार बना लिया। आरोप है कि अनजान नंबर से व्हाट्सएप पर आरटीओ चालान के नाम से भेजी गई एपीके फाइल को खोलते ही पीड़ित का मोबाइल हैक हो गया और उसके बैंक खाते से कुल 22.93 लाख रुपये की रकम साफ कर दी गई। मामले में साइबर थाना पुलिस ने प्राथमिकी दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।
हल्द्वानी के जज फार्म निवासी उमेश ने पुलिस को दी तहरीर में बताया कि वह वरिष्ठ नागरिक हैं और बरेली रोड स्थित एचडीएफसी बैंक शाखा में उनका बचत खाता है। नौ दिसंबर को उनके व्हाट्सएप पर एक अनजान नंबर से आरटीओ चालान के नाम से एपीके फाइल आई थी, जिसे उन्होंने चालान समझकर खोल लिया। इसके कुछ दिनों बाद, 14 दिसंबर को उनके मोबाइल पर ड्रीम 11 से जुड़े ओटीपी और मैसेज आने लगे, जिस पर उन्होंने तत्काल ध्यान नहीं दिया।
जब बाद में मोबाइल मैसेज चेक किए गए तो बैंक खाते से लगातार रुपये कटने के संदेश मिले। स्थिति की गंभीरता समझते हुए पीड़ित ने बैंक के कस्टमर केयर नंबर पर कॉल कर अपना खाता लॉक कराया। इसके बाद 15 दिसंबर को बैंक जाकर स्टेटमेंट निकलवाने पर खुलासा हुआ कि 12 दिसंबर से 14 दिसंबर के बीच साइबर ठगों ने उनकी एफडी की 21 लाख रुपये की राशि समेत कुल 22.93 लाख रुपये अलग-अलग खातों में ट्रांसफर करवा लिए हैं।
जांच के दौरान यह भी सामने आया कि ठगों ने बैंक खाते से जुड़ी रजिस्टर्ड ईमेल आईडी के साथ भी छेड़छाड़ की। पीड़ित की ईमेल आईडी umesh87002@gmail.com को बदलकर shap76487@gmail.com कर दिया गया, जिसके बाद खातों से रुपये निकाले गए। पुलिस का कहना है कि एपीके फाइल के जरिए मोबाइल में मालवेयर इंस्टॉल कर ठगों ने ओटीपी, बैंक अलर्ट और अन्य संवेदनशील जानकारियां हासिल कीं।
साइबर थाना पुलिस ने मामला दर्ज कर तकनीकी जांच शुरू कर दी है और लोगों से अपील की है कि वे किसी भी अनजान नंबर से आने वाली एपीके फाइल, लिंक या दस्तावेज को न खोलें। पुलिस ने चेतावनी दी है कि आरटीओ, बैंक या किसी सरकारी विभाग के नाम से आने वाले ऐसे संदेश अक्सर साइबर ठगी का माध्यम होते हैं और थोड़ी सी लापरवाही भारी आर्थिक नुकसान का कारण बन सकती है।
