देहरादून । भारतीय महिला हॉकी टीम की खिलाड़ी और एसएमजेएन पीजी कॉलेज की पूर्व छात्रा मनीषा चौहान का महाविद्यालय में हुआ स्वागत न केवल गर्व का क्षण है, बल्कि युवाओं के लिए प्रेरणास्रोत भी है। कॉलेज के दिनों को याद करते हुए उनका सम्मान किया जाना यह दर्शाता है कि शिक्षा संस्थान अपने प्रतिभाशाली विद्यार्थियों की उपलब्धियों को कितनी अहमियत देते हैं।
मनीषा चौहान की सफलता के पीछे उनका अनुशासन, आत्मविश्वास और निरंतर परिश्रम स्पष्ट रूप से दिखाई देता है। प्राचार्य और प्रबंधन द्वारा उनके व्यक्तित्व के गुणों को रेखांकित करना यह सिद्ध करता है कि सही मार्गदर्शन और सकारात्मक वातावरण से विद्यार्थी राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर पहचान बना सकते हैं। “हिमालयी दीवार” के रूप में उनकी पहचान युवाओं को यह संदेश देती है कि लक्ष्य पर केंद्रित प्रयास और स्वस्थ प्रतिस्पर्धा से हर सपना साकार किया जा सकता है।
